जमानियां। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लैब टेक्नीशियन कक्ष में कई कमियां पाई गई हैं। जिनमें उपकरणों की कमी, साफ-सफाई का अभाव और कर्मचारियों की अनुपलब्धता शामिल हैं। हिंदुस्तान मीडिया टीम मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर लैब टेक्नीशियन कक्ष में कंप्यूटर टेबल और विद्युत अर्थिंग होने के कारण कार्य बाधित होने की शिकायत पाई गई। जिसके चलते परीक्षण और निदान प्रक्रिया में बाधा आ रही है। लैब टेक्नीशियन पद पर कार्य कर रहे। आनंद कुमार सिंह ने समस्याओं के निदान संबंधित जानकारी ली गई। तो उन्होंने बताया कि कंप्यूटर टेबल और विद्युत अर्थिंग के अभाव में सुचारू रूप से कार्य नहीं हो पा रही है। जिम्मेदार अधिकारी से कहने पर उल्टे दंडित करने की चेतावनी दी जाती है। उन्होंने बताया कि कक्ष में हो रही समस्या का निदान केंद्र प्रभारी के हाथों में होता है। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। उल्टे नोटिस थमाकर दंडित किए जाने की चेतावनी दे दी जाती है। बता दें कि भदौरा निवासी काउंसलर संगीता सिंह महीने में एक सप्ताह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अपना दर्शन देती है। उनके खिलाफ प्रभारी के द्वारा किसी तरह की कोई सवाल जवाब नहीं की जाती है। यही नहीं सफाई कर्मी शशिकला भी पूरी तरह से अपने कार्य के प्रति लापरवाह होने के बाद कार्यवाही नहीं किया जाता। कक्ष में उचित साफ-सफाई का अभाव है। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
कर्मचारियों की घोर अनुपलब्धता होने के कारण बद से बदहाल हो चुकी है। लैब टेक्नीशियन आनंद कुमार सिंह अपने दायित्व को बखूबी निभाते है। मरीज इनके कार्य से पूरी तरह से संतुष्ट होते है। इसके अलावा लैब में आवश्यक जांच की सामग्री उपलब्ध रहता है। बावजूद इसके केंद्र प्रभारी द्वारा कंप्यूटर टेबल और विद्युत अर्थिंग की व्यवस्था उपलब्ध कराना नहीं चाहते है। कार्य के प्रति घोर उदासीनता बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाए केंद्र पर कब आना है। या नहीं आना है। इसके लिए खुली छूट रहता है। व्यापार मंडल के जिला युवा उपाध्यक्ष मुन्ना गुप्ता, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता नारायण दास चौरसिया ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही किसी से छुपी नहीं है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करने के बजाए क्यू खामोश रहते है। गंभीर विषय है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर काउंसलर संगीता सिंह भदौरा निवासी तैनात है। लेकिन महीने में एक सप्ताह तक मरीज देख पाते है। यह बराबर अनुपस्थित रहने के बाद भी केंद्र प्रभारी द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं किया जाता। वहीं प्रतिदिन कार्य पर आने वाले लैब टेक्शियन पद पर कार्य कर रहे। आनंद कुमार सिंह के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मुन्ना गुप्ता, नारायण दास चौरसिया ने कहा कि केंद्र प्रभारी को लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जाए। महिला शशिकला सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत होने के बाद कार्य पर नहीं आती हैं। केंद्र प्रभारी द्वारा कई बार एक्शन लिया गया है। समय रहते सुधार नहीं हुआ। तो मुख्यमंत्री के पोटल पर सूचना भेजकर शिकायत करने को मजबूर होंगे। इस संबंध में केंद्र प्रभारी गुलाब शंकर पटेल ने बताया कि लापरवाह कर्मियों के खिलाफ अवश्य कार्यवाही किया जाएगा। और जो कर्मचारी सही ढंग से कार्य करता है। तो उसको समय के अनुसार सम्मानित करने की श्रेणी में रखे जाएंगे। फोटो
