बलिया, 14/05/2025
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकरजी के जन्मोत्सव के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के बलिया इकाई की ओर से मंगलवार को देर रात्रि तक सुमेरु भजन संध्या का आयोजन सनबीम स्कूल बलिया के परिसर में किया गया, जसका थीम “आर्ट ऑफ लिविंग’ की एक शाम वीर जवानों के नाम” था।
ज्ञात हो कियह सुमेरु भजन संध्या भारत की सीमा पर तैनात वीर सैनिकों को समर्पित था। सनबीम स्कूल बलिया के सहयोग से आयोजित इस सुमेरु भजन संध्या में गुजरात के बड़ोदरा के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सिंधी कलाकार परमानन्द प्यासी जी की सुपुत्री सोनिया निहालनी जी द्वारा विभिन्न भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई । सोनिया निहालनी जी की सुमधुर और दिल को छू लेने वाली वाणी में प्रस्तुत भजनों पर श्रोतागण थिरकने पर मजबूर हो गए।
कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति के मध्य सोनिया निहालनी ने बताया कि जब गुरु की कृपा बरसती है तब ही हमारा मनुष्य जन्म सफल होता है। सौभाग्यवान है वे लोग जो गुरु का जन्मोत्सव उल्लास के साथ मनाते हैं।
उन्होंने श्री श्री रविशंकर जी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि श्री श्री जी प्रसिद्ध साहित्यिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक हैं। इनका जन्म 13 मई 1956 में हुआ था। इन्होंने आध्यात्मिक एवं आंतरिक शांति व खुशी के लिए ध्यानयोग व प्रणायाम के महत्व पर बल दिया था। सोनिया निहालनी ने आगे बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग एक गैर सरकारी संगठन है जो ध्यानयोग के साथ साथ विश्व शांति, सामाजिक कार्य करता है। इनके अनुयायी 180 से अधिक देशों में फैले हैं।
सुमेरु सन्ध्या के क्रम में सनबीम स्कूल बलिया की प्रधानाचार्या डॉक्टर अर्चिता ने
विद्यालय प्रबंधन की ओर से सोनिया निहालनी का सम्मान अंग वस्त्रम एवम मेमोन्टो देकर किया।
इस अवसर पर उपस्थित साधकों मे चितरंजन, संतोषज यादव, राजेश, निदेशजी, टाटा, अन्नू दीदी, पुष्पांजलि दीदी, डॉक्टर डी राय, सिद्धार्थ, सुनील, किट्टु भैया, रामगोपाल, अशोक उर्फ राजन जी प्रमुख थे।
मारुति नन्दन
