दोनों जर्जर पड़ी सड़कों के निर्माण के लिए है क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संदीप चौहान ने बताया कि दोनों सड़कों पर मौजूद हजारों गढ़े मानो सरकारी व्यवस्था तथा क्षेत्रवासियों को दशकों से चिढ़ा रहे हो। इन सड़कों से अस्पताल जाते वक्त गढ़ों की वजह से महिलाओं का प्रसव टेम्पो या पिकप में ही हो जाता है। सरकारी एंबुलेंस वाले भी इस रास्ते से आने के लिए मना करते हैं। अविनाश सिंह ने कहा कि रोज बच्चे बुजुर्ग महिलाएं साइकिल व मोटरसाइकिल से गिरकर चोटिल होते रहते हैं और इन सड़कों को अपनी किस्मत मान चुके हैं। एक तरफ़ जहां देश चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान को उतार रहा है वहीं दूसरी तरफ लगभग 20 हजार आबादी वाला क्षेत्र दो सड़कों के लिए तरस रहा है।इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए कमलेश्वर कुमार सिंह उर्फ मुन्ना जी, ज्ञान प्रकाश पासवान पूर्व प्रधान हड़िहा कला, धनिल कुमार गोंड ग्राम प्रधान बुध्दीरामपुर , कमलेश व्यास क्षेत्र पंचायत सदस्य हड़िहा खुर्द, विजय कुमार चौहान पूर्व ग्राम प्रधान सोभनाथपुर, दिलीप पांडे क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि, विजय वर्मा बीडीसी प्रतिनिधि, विजेंद्र राजभर क्षेत्र पंचायत सदस्य, दीप नारायण तिवारी पूर्व प्रधान नैना आदि जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। अमन कुमार गुप्ता ने कहा कि दर्जनों चुनाव आए, अनेकों लोग जिला पंचायत, विधायक, सांसद सांसद बन गये पर अफसोस ये सड़कें न बन पाई । इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रोड नहीं तो 2024 में वोट नहीं के नारे भी लगाए । क्षेत्रवासियों ने कहा कि हम अब अपनी सड़कों को जर्जर नहीं देखना चाहते इसलिए आपसे मांग करते हैं कि सड़क निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू हो अन्यथा हम सभी क्षेत्र वासी 10 नवंबर 2023 से बड़े आंदोलन की राह पकड़ने को बाध्य होंगे। उक्त कार्यक्रम के दौरान राम अवध यादव , राकेश कुमार गिरी, आशुतोष गिरी कुंदन चौहान, सतीश कुमार बारी, अभिषेक वर्मा ,मनोज कुमार गिरी ,विजय बहादुर चौहान, धीरज चौहान रंजीत कुमार वर्मा ,कमलेश्वर कुमार सिंह ,ज्ञान प्रकाश पासवान ,अनिल कुमार गोंड़, कमलेश व्यास, विजय बहादुर चौहान ,दिलीप पांडे , विजय वर्मा ,बिजेंदर राजभर ,विजेंद्र कुमार चौधरी ,दीनदयाल तिवारी आदि मौजूद थे।
भवदीय
समस्त क्षेत्रवासी
हड़िहा कला, कुसौरी कला
रेवती, बलिया,