बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस मऊ।
मधुबन में ईद मिलादुन्नबी पर आयोजित हुए विविध कार्यक्रम: दरगाह में निकले जलूस में दिखी देश की गंगा-जमुनी तहजीब, मौलाना
बोले – हजरत मुहम्मद पूरी
मधुबन (मऊ) :- मधुबन तहसील क्षेत्र के विभिन्न मुस्लिम बाहुल्य गांव में गुरुवार को ‘ईद मिलादुन्नबी’ का पर्व पूरे धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान जलसा, जलूस, नाते पाक के माध्यम से मुसलमानों के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्म दिवस को सेलिब्रेट किया गया।
मधुबन तहसील क्षेत्र के दरगाह, दुबारी, पूरा बंधुमल्ल, सिपाह, बीबीपुर, फतेहपुर, मर्यादपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य गांव में इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये। तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा दरगाह में मदरसा तालीमुद्दीन एंव मदरसा अरबिया जियाउल कुरआन के छात्रों द्वारा संयुक्त रूप से एक विशाल जलूस निकाला गया जो गांव के विभिन्न गलियों एंव चौराहों से होता हुआ पुनः मदरसा पहुँच कर एक जलसा में परिवर्तित हो गया। इस दौरान गांव की गलियां ‘सरकार की आमद मरहबा, मुख़्तार की आमद मरहबा’, ‘जश्ने आमदे रसूल, अल्लाह हो अल्लाह’ जैसे नारों से गूंजती नजर आयीं।
गांव में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब
ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर दरगाह ग्रामसभा में निकले जलूस में देश की गंगा-जमुनी तहजीब की झलक देखने को मिली। जलूस में न केवल बड़ी संख्या में हिन्दू भाईयों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी बल्कि उनके द्वारा कई जगहों पर जलूस में शामिल लोगों के लिये जलपान की भी व्यवस्था की गयी थी । यहाँ निकले जलूस में इस्लामिक परचम के साथ साथ देश की आन-बान और शान तिरंगा भी शान से लहराया।
मुहम्मद सारे जहाँ के लिये थे रहमत
दरगाह में आयोजित एक जलसा को सम्बोधित करते हुए मौलाना महबूब आलम शमशी ने कहा कि हजरत मुहम्मद का जन्म इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार रबी अउवल की 12 तारीख़ को हुई थी । कुरआन के अनुसार मुहम्मद केवल इस्लाम के मानने वालों के लिये ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के लिये रहमत बना कर भेजे गये थे।उनकी जिंदगी लोगों के लिये एक मिसाल थी। आज उनके जन्म दिन के अवसर पर पूरी दुनिया में विभिन्न प्रकार के आयोजनों से उन्हें याद किया जा रहा है। उनके बताये रास्तों पर चल कर ही एक आदर्श जीवन की कल्पना की जा सकती है क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी मानवता की सेवा को समर्पित कर दी थी।
यह रहे मौजूद
दरगाह में निकले विशाल जलूस को शकुशल संपन्न कराने के लिये यहाँ बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य अशफाक आलम, ग्राम प्रधान लक्ष्मण वर्मा, नन्हे अंसारी, अबरार अंसारी, समाजसेवी अमित वर्मा, अशरफ अंसारी, मास्टर एहसान अहमद, अश्विनी भारद्वाज, हाफ़िज जैनुल आबेदिन, अनवारुल हक़, अबरार लारी, सुजीत गुप्त, साहिल हयात, इरफ़ान अहमद सहित बड़ी संख्या में दोनों समुदाय के लोग शामिल रहे।