मधुबन में आईटीआई कॉलेज को प्रशासन ने किया सील: 13 लाख से अधिक था बकाया, 6बड़े बकायादारों पर प्रशासन की गिरी गाज।

जिलाधिकारी मऊ अरूण कुमार के निर्देश पर राजस्व वसूली के लिए बड़ी कार्यवाही करते हुए मधुबन तहसील प्रशासन द्वारा एक आईटीआई कॉलेज को सीज कर दिया गया है। वहीं बकायादारों से ऋण वसूली के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाते हुए लाखों रूपये के 6 बड़े बकायादारों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई भी सुनिश्चित की गयी है।

उपजिलाधिकारी मधुबन अवधेश कुमार चौहान द्वारा गठित तहसीलदार हेमंत कुमार बिंद व नायब तहसीलदार
अभिजीत प्रताप सिंह की टीम द्वारा साधू आईटीआई कालेज चकरा बासू नगर पर लगभग 13 लाख रूपये विद्युत बिल का बकाया होने एंव कई बार की नोटिस के बाद भी भुगतान न किये जाने के बाद राजस्व वसूली के लिए आईटीआई कालेज को सीज करते हुए चल सम्पत्ति के रूप में एक टैक्टर को भी कुर्क किया गया ।

इन पर भी हुई कार्यवाही

तहसील क्षेत्र के दिघेड़ा निवासी संतोष सिंह द्वारा बैंक य नहीं किया जा रहा था। उनके उपर 11 लाख 87 हजार 891 रूपए बैंक का ऋण बाकी है। टीम संतोष सिंह के टैक्टर को सीज करते हुए राजस्व वसूली की कार्रवाई में जुटी रही। मीरपुर निवासी देवेन्द्र कुमार यादव पर 11 लाख 53 हजार 73 रूपए बैंक देय बाकी है। जिनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की गई। कटघराशंकर निवासी संगीता सिंह पर स्टाम्प शुल्क 4 लाख 11 हजार 770 रूपए बाकी है । ऋण वसूली की कार्रवाई करते हुए चल सम्पत्ति को कुर्क किया गया।

शुल्क का किया भुगतान

इब्राहिमाबाद निवासी रीता जायसवाल पर परिवहन शुल्क 1 लाख 93 हजार 428 रूपए के राजस्व बाकाया था। रीता जायसवाल ने जायसवाल ने मौके पर ही बकाया पूरी राशि का भुगतान कर दिया। इस तरह वह दंडात्मक कार्रवाई से बच गयीं। मधुबन में उत्कर्ष ट्रेडर्स नाम से संचालित फर्म पर व्यापार कर 13 लाख 65 हजार राजस्व बकाया है। बैंक व तहसील द्वारा बार बार नोटिस दिए जाने के बाद भी राजस्व जमा नहीं किया गया। टीम ने दंडात्मक कार्रवाई करते हुए राजस्व वसूली की प्रक्रिया में जुटी रही।

राजस्व के बड़े बकायादारों को चिन्हित करने की कवायद

जारी

राजस्व वसूली के लिए प्रशासन के इस कार्रवाई से बकायादारों में हडकंप की स्थिति बनी रही। कार्यवाही के संबंध में एसडीएम मधुबन अवधेश कुमार चौहान का कहना था कि राजस्व के बड़े बकायादारों को चिन्हित करने की कवायद जारी है। कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बड़े बकायादारों को सचेत करते हुए कहा कि वह अपने राजस्व बकाया का जल्द से जल्द भुगतान कर दें अन्यथा दंडात्मक कार्रवाई के लिये तैयार रहें।

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