सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे शूटर संतोष राय को उत्तराखंड हाईकोर्ट से तीन महीने की सशर्त जमानत मिल गई है। इससे पहले वह 2022 में नौ महीने की पैरोल पर बाहर था।
जेल से छूटने के बाद वह गोरखपुर में अपने बुजुर्ग पिता के साथ रह रहा है और अब सुप्रीम कोर्ट में सजा माफी की अर्जी लगाने की तैयारी कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में करेगा सजा माफी की याचिका दाखिल
अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि की सजा माफी के बाद संतोष राय भी इसी प्रक्रिया से गुजरना चाहता है।
अधिवक्ता हर्षवर्धन मल्ल विशेन के जरिए जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की योजना है। वकील के मुताबिक, संतोष राय 24 वर्षों से जेल में बंद है और अब तक 23 साल 6 महीने की सजा काट चुका है।
गोरखपुर में पिता की देखभाल कर रहा संतोष
दरअसल, संतोष राय की मां का निधन हो चुका है और परिवार में अब सिर्फ 75 वर्षीय पिता ही हैं। रिहाई के बाद वह गोरखपुर में रहकर उनका इलाज करा रहा है। इससे पहले, 2022 में जब वह पेरोल पर बाहर आया था, तभी उसकी मां का देहांत हुआ था।
हत्याकांड में पांच आरोपी, एक की मौत
CBI जांच में मधुमिता हत्याकांड में कुल पांच आरोपी थे- पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी, उनकी पत्नी मधुमणि, संतोष राय, रोहित चतुर्वेदी और प्रकाश पांडेय। प्रकाश पांडेय की बीमारी से मौत हो चुकी है, जबकि अमरमणि और मधुमणि की सजा माफ हो चुकी है। रोहित चतुर्वेदी अभी भी जेल में है और उसकी सजा माफी की याचिका पर 28 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
सजा माफी की प्रक्रिया तेज, जल्द दाखिल होगी याचिका
हत्याकांड के अन्य दोषियों की रिहाई के बाद अब संतोष राय भी अपनी सजा माफ कराने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह अब प्रदेश सरकार और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सजा माफी की अर्जी दाखिल करने की तैयारी में है।
