बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ में गुरुवार को रोडवेज के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद यूपी के बैनर तले कर्मचारियों ने डिपो परिसर में धरना दिया, जिसके बाद वे कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा।
कर्मचारियों ने परिवहन निगम में बढ़ते हुए निजीकरण का विरोध किया और इसे तत्काल रोके जाने की मांग की। उन्होंने सरकार को 6 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है, जिसमें यदि निजीकरण को रोका नहीं गया तो वृहद हड़ताल की चेतावनी भी दी है।
कर्मचारियों की मांगें
रोडवेज कर्मचारियों ने यह स्पष्ट किया कि भविष्य में कर्मचारियों पर निजीकरण के नाम पर कोई दबाव नहीं डाला जाए। प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट तक मार्च किया और अपनी मांगों को लेकर एक पत्र सरकार को सौंपा।
कर्मचारी परिषद के शाखा मंत्री ने किया खुलासा
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के शाखा मंत्री अवधेश कुमार ने बताया कि सरकार की नीतियों के तहत परिवहन निगम में निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार परिवहन निगम की कार्यशालाओं को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है, जो कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय है।
अवधेश कुमार ने आगे कहा कि यदि सरकार ने 6 जनवरी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो रोडवेज कर्मचारी वृहद हड़ताल करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से सरकार की होगी।
