गाज़ीपुर जलालाबाद,में सामाजिक संगठनों के द्वारा सामूहिक रूप से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का मनाया गया 68वी महापरीनिर्माण दिवस ,भीमराव आंबेडकर की विरासत आज भी देशभर में प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने सामाजिक न्याय, शिक्षा और समानता के क्षेत्र में जो क्रांति शुरू की, वह हमेशा प्रासंगिक रहेगी. उनके विचार और योगदान वंचितों के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हुए.
भारत में जब-जब संविधान और लोकतंत्र की बात होगी, बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर का नाम तब तब प्रमुखता से लिया जाएगा. यही वजह है कि 6 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख के रूप में दर्ज है. इस दिन देश भर में महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी जाती है. इस दिन भारत के संविधान निर्माता, समाज सुधारक और दलितों के मसीहा कहे जाने वाले आंबेडकर का 1956 में निधन हुआ था.
बाबा साहब को याद करते हुए जलालाबाद आइडियल क्रिकेट एकेडमी से सैकड़ो की संख्या में लोग मार्च करते हुए बाबा साहब के प्रतिमा तक पहुंच कर कार्यक्रम का समापन किया गया ।
कार्यक्रम में मौजूद समाजसेवी राजकुमार मौर्य बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट के संस्थापक राम अवध कुशवाहा रेडियंस चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल प्रबंधक, प्रदीप मद्धेशिया वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु मोर्य सौहार्द बंधुत्व मंच के संचालक , अफसर,रिशु ,सुजीत ,प्रमोद वर्मा , सनावर , कमाल अंसारी , आयोजक अरुण कुमार चौहान रहे,