सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
गोरखपुर के चौरीचौरा थाना क्षेत्र के सरैया मरचहवा गांव में बुधवार को एक युवक के अपहरण की सूचना से हड़कंप मच गया। सिकेंद्र निषाद (22) ने अपने अपहरण की बात परिवार को फोन पर बताई, जिसमें उसने दावा किया कि बाइक सवार दो लोगों ने उसे नशीला पदार्थ सूंघाकर अगवा कर लिया है। हालांकि, पुलिस ने इस सूचना को संदिग्ध बताते हुए मामले की गहन जांच शुरू की है, और अब इसे झूठा पाया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
सरैया मरचहवा निवासी सिकेंद्र निषाद घर पर भैंस चराने का काम करता था। बुधवार को अचानक वह घर से गायब हो गया। इसके बाद सिकेंद्र ने अपने परिवार को फोन कर बताया कि उसे बाइक सवार दो लोगों ने अगवा कर लिया है और उसे नशीला पदार्थ सूंघाकर बेहोश कर लिया। बाद में मोबाइल बंद हो गया, जिससे परिवार के लोग घबरा गए और तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने सिकेंद्र के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो यह जानकारी सामने आई कि वह गांव के आसपास ही टहल रहा था। इससे पुलिस को शक हुआ कि मामला कुछ और ही है।
फोन की लोकेशन से खुली सच्चाई
रात के समय सिकेंद्र ने फिर से अपने परिजनों को फोन किया और बताया कि वह कुशीनगर जिले के हाटा क्षेत्र में किसी अंधेरे कमरे में बंद है, जहां चार लोग पहले से मौजूद हैं। हालांकि, पुलिस ने जब उसकी लोकेशन को ट्रैक किया, तो यह जानकारी गलत साबित हुई। इसके अलावा, बार-बार मोबाइल का स्वीच ऑफ होना और लोकेशन का बदलना भी संदिग्ध था।
पुलिस ने कहा कि सिकेंद्र के घरवालों से रुपये-पैसे को लेकर
विवाद चल रहा था, जिसके बाद युवक अचानक लापता हो
गया। CO चौरीचौरा अनुराग सिंह ने बताया की युवक ने अपहरण का झूठा दावा किया है। उसकी तलाश जारी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।