सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
गोरखपुर में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए लगाए गए CCTV कैमरों की मरम्मत का काम तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। शहर और ग्रामीण इलाकों में खराब पड़े 400 से अधिक कैमरों को फिर से चालू कर दिया गया है। इस पहल से न केवल अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की निगरानी भी बेहतर हो सकेगी।
सांसद, विधायकों और ग्राम निधि से लगाए गए कैमरों पर फोकस
सांसद और विधायक निधि से 65 प्रमुख स्थानों पर लगाए गए 180 कैमरों को ठीक किया गया है। 26 थानों में 924 कैमरे पहले से ही सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। सम्भ्रांत लोगों द्वारा लगाए गए 90 कैमरों को मरम्मत के बाद चालू कर दिया गया है, जबकि 253 कैमरे पूरी तरह से सही स्थिति में हैं। वहीं, ग्राम निधि से जुड़े 41 स्थानों पर 133 कैमरों को दुरुस्त किया गया है, और 735 कैमरे पहले से ही चालू हैं।
नोडल अधिकारियों की तैनाती से निगरानी मजबूत कैमरों की मरम्मत और निगरानी को बेहतर बनाने के लिए प्रत्येक स्थान पर कांस्टेबल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों के साथ समन्वय स्थापित कर सीओ और एसओ स्तर के अधिकारी कैमरों की मरम्मत का काम करवा रहे हैं। शहरी इलाकों में एसपी सिटी ने खुद मरम्मत कार्य की निगरानी का जिम्मा संभाला है।
बजट जारी कर मरम्मत में लाई गई तेजी मरम्मत कार्य में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने तुरंत बजट भी जारी किया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने 20 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया, जबकि नगर निगम ने 10 लाख रुपये जारी किए हैं। कमिश्नर अनिल ढींगरा ने कहा कि CCTV कैमरे अपराधों पर नजर रखने और सड़क दुर्घटनाओं की जांच में अहम भूमिका निभाते हैं। मरम्मत कार्य में किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बीट सिपाहियों को दिया गया कैमरों की निगरानी का निर्देश SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने सभी बीट सिपाहियों को अपने क्षेत्र के कैमरों की रोजाना जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी कैमरा खराब न रहे और निगरानी प्रणाली हर समय सक्रिय रहे।
सुरक्षा पर मजबूत पकड़ से बढ़ा जनता का भरोसा CCTV कैमरों की मरम्मत और निगरानी के इस प्रयास से गोरखपुर की सुरक्षा व्यवस्था को नई मजबूती मिली है। पुलिस और प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही बाकी खराब कैमरों को भी ठीक कर लिया जाएगा। इस पहल से अपराधों पर लगाम लगेगी और जनता के बीच सुरक्षा का भरोसा मजबूत होगा।