Search
Close this search box.

देश का पवित्र ग्रंथ है संविधान: धर्मेंद्र सिंह

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

परिवहन मंत्री के जनसंपर्क कार्यालय पर मनाया गया संविधान दिवस

बलिया: परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के जनसंपर्क कार्यालय पर मंगलवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने डा. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर संविधान निर्माण में उनके द्वारा किए गए महान योगदान को याद किया। परिवहन मंत्री के अनुज भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीयों द्वारा कई दशकों पूर्व से संविधान दिवस मनाया जाता है। डा.भीमराव आंबेडकर के इस महान योगदान के रूप में भारत सरकार द्वारा पहली बार 26 नवम्बर 2015 को संविधान दिवस मनाया गया तबसे प्रति वर्ष सम्पूर्ण भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। यह संविधान देश के लिए किसी पवित्र ग्रंथ से कम नहीं है लेकिन पूर्व की सरकारों में ही इसका सबसे अधिक अपमान भी किया गया है। संविधान बचाने को लेकर जो लोग आज झूठी दुहाई देते फिर रहे हैं उनका काले इतिहास को भी जानना जरूरी है।

यदि कांग्रेस ने दिखावे की जगह हकीकत में संविधान का सम्मान किया होता तो वर्तमान चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के चाचा जस्टिस एआर खन्ना 1977 में देश के चीफ जस्टिस बन गए होते। लेकिन आपातकाल के दौर में कांग्रेस ने संविधान और न्यायपालिका के सम्मान को कुचलते हुए जस्टिस खन्ना के जूनियर जज एच एम बेग को चीफ जस्टिस बना दिया था। इसके विरोध में एच आर खन्ना ने 1977 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा कि संविधान की रक्षा हो या सम्मान भाजपा सरकार में ही संभव है। कार्यक्रम में राजीव मोहन चौधरी, नगर अध्यक्ष घनश्याम दास जौहरी, योगेश सिंह, जिला महामंत्री संतोष सिंह, अनिल पांडेय, अवनीश शुक्ल, अरुण सिंह, अशोक सिंह, पप्पू सिंह आदि मौजूद रहे।

Leave a Comment

और पढ़ें

  • Buzz4 Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool