विजय कुमार यादव, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में 10 से अधिक नौनिहालों की मौत के बाद भी स्वास्थ्य वीभग के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है। मऊ में जिला अस्पताल स्थित इमरजेंसी और पीआईसीयू में भी अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं कि गई है। जिला अस्पताल के विभिन्न वार्ड में भर्ती सैकड़ों मरीजों की जान पर जोखिम बना हुआ है।
शुक्रवार को झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भीषण आग लग गयी थी। इस अग्निकांड में 10 से अधिक नवजात बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। सरकारी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे के बाद भी जिले में स्वास्थ्य विभाग सजग नहीं हो रहा है।
वहीं अगर जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल की बात की जाए तो यहां पर भी अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि बहुत जल्द पूरे अस्पताल में अग्निशमन की व्यवस्था की जाएगी। इसके विपरीत महीनों से यहां पर अग्निशमन की व्यवस्था के लिए केवल खानापूर्ति का काम किया जा रहा है।
हाल की में लगाए गए सीसीटीवी
जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल उठते रहते हैं। यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर बात की जाए तो अभी हाल ही में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इसके पहले यहां पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कि गयी थी। वर्तमान समय भी केवल फायर एक्सटिंग्विशर के भरोसे पूरा अस्पताल संचालित किया जा रहा है।
जरूरत पड़ने पर सर्विस कराई जाती है
इसको लेकर जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डॉ. सीपी आर्या ने बताया की ऑक्सीजन और फायर सेफ्टी के लिए यहां पर व्यवस्था की जा रही है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यहां पर एक जगह स्थापित है, समय-समय पर और जरूरत पड़ने पर इसकी सर्विस कराई जाती है। फायर सेफ्टी के लिए आवेदन कर दिया गया है, यहां बहुत जल्द सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी।