अजीत विक्रम
गाजीपुर।मनिहारी ब्लॉक अंतर्गत शादियाबाद के (सरॉयसदकर) में स्थित एलोपैथिक अस्पताल 1995 में बनकर तैयार हुआ था जिसका रकबा लगभग तीन बीघा से ऊपर है! वर्तमान में उसकी स्थिति काफी दयनीय है! पूरे अस्पताल परिसर में घास फूस उगे हुए हैं! अस्पताल के बेड टूट चुके हैं! लाइट और पानी की सुदृढ़ व्यवस्था नहीं है! छत टपक रहा है! काफी दिनों से परमानेंट डॉक्टर की तैनाती नहीं है! जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है! लोग झोलाछाप डॉक्टरों की गिरफ्त में जाने के लिए मजबूर हैं! स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना हुआ है! एक तरफ सरकार कह रही है कि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है! वहीं ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल दुर्दशा का दंस झेल रहे हैं!
जब अस्पताल में दवा, बेड, लाइट, पानी, साफ-सफाई और डॉक्टर ही नहीं रहेगा! तो लोगों को इलाज कैसे मिलेगा! इन सभी समस्याओं को लेकर (करप्शन फ्री इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष- आफताब आलम अंसारी अपोलो, ने 29 अक्टूबर को क्षेत्रीय लोगों के आग्रह पर डॉक्टर की परमानेंट नियुक्ति सहित अन्य समस्याओं के निदान हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर को संबोधित पत्र जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से प्रेषित किया! जिसमें यह उल्लेख था कि यदि 10 दिनों के अंदर समस्या का समाधान नहीं होता है! तो (करप्शन फ्री इंडिया संगठन) अपने सहयोगी साथियों के साथ 10 नवंबर को एक दिवसीय भूख हड़ताल करने के लिए बाध्य होगा! लेकिन 9 नवंबर 2024 को मुख्यमंत्री कार्यालय की सूचना अनुसार समस्या समाधान हेतु 14 नवंबर तक का समय मांगा गया जिसके उपरांत शासन के निर्देशों का पालन करते हुए 10 नवंबर का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया आफताब अंसारी अपोलो ने बताया कि निर्धारित समय तक समाधान न होने पर भूख हड़ताल के माध्यम से संवैधानिक अधिकारों के तहत शांतिप्रिय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा!