आलोक रंजन, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ के मधुबन में शुक्रवार को तहसील क्षेत्र के रमऊपुर में दर्जनों ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। आरोप है कि गांव की नवीन परती की भूमी पर गांव के ही दो लोगों का अवैध कब्ज़ा है। यहां तक कि उन लोगों द्वारा अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर के सहारे उक्त भूमी का पट्टा करा लिया गया है। जबकि उक्त भूमी को ग्राम प्रधान द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र बनाने के लिए प्रस्तावित किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
मधुबन तहसील क्षेत्र के रमऊ पुर में गाटा संख्या 136 रकबा 0.019 हेक्टेयर नवीन परती के रूप में अंकित है। प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना था कि इस पर गांव के ही दो लोगों का अवैध कब्जा है। हालांकि पूर्व में तहसील प्रशासन से शिकायत के बाद उक्त उक्त भूमि की पैमाइश कराई गयी थी। तब कब्ज़ा धारक कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए थे। तहसील प्रशासन द्वारा एक सप्ताह के अंदर भूमि को खाली करने का आदेश भी दिया गया था। बावजूद इसके कब्ज़ा अभी भी बरकरार है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि धरमू यादव का कहना था कि उनके द्वारा उक्त भूमि को आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जाने के लिए प्रस्तावित किया गया है। अभी यह प्रक्रिया चल ही रही है कि इसी बीच अवैध कब्जा धारकों द्वारा बैक डेट में भूमि के पट्टा का कागज दिखा कर भूमि खाली करने से इनकार किया जा रहा है। जबकि उनके द्वारा कभी पट्टा के लिए प्रस्ताव ही नहीं किया गया।
आरोपियों द्वारा बिना प्रधान के प्रस्ताव के ही लेखपाल एवं तहसील कर्मियों की मिली भगत से भूमि का पट्टा करा लिया गया है। जबकि पट्टे के कागजात पर किये गए हस्ताक्षर पूरी तरह फर्जी हैं। कूटरचित तरीके से दस्तावेज तैयार किए गए हैं। एसडीएम इस मामले को स्वयं संज्ञान में लेकर जांच कर कार्रवाई करें।