बेरुआरबारी।जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही नित नयी उपलब्धियां अर्जित कर रहा है। विवि निरंतर अकादमिक प्रगति के नये सोपान हासिल कर रहा है। इसी कड़ी में विवि द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय संगोष्ठी को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) से अनुदान प्राप्त हुआ है। विवि के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘विकसित भारत@ 2047: समकालीन भारत में मानवाधिकार और सामाजिक न्याय को बढ़ावा’ के लिए आईसीएसएसआर द्वारा तीन लाख रुपये के अनुदान की स्वीकृति प्रदान की गयी है। डाॅ. रजनी चौबे, असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा प्रस्तावित इस संगोष्ठी का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह में संभावित है। इस संगोष्ठी में प्रतिष्ठित विद्वानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नीति निर्माताओं की भागीदारी रहेगी। इस संगोष्ठी का उद्देश्य विकसित भारत@ 2047 की दिशा में मानवाधिकार और सामाजिक न्याय के महत्व को समझना और उसे बढ़ावा देने के लिए ठोस उपायों पर विचार करना है। सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के प्रयत्न देश के समग्र विकास की गति को तीव्र करने में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। मानवाधिकार की अवधारणा लोकतंत्र के विकास से सीधे संबंधित है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहाँ गणतंत्र की स्थापना विश्व में सबसे पहले हुई। ऐसे में विकसित भारत के संबंध में संदर्भित विषय पर विचार करना आवश्यक है। इस आयोजन से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण विचार और दिशा निर्देश प्राप्त होंगे। इस महत्वपूर्ण विषय पर विवि परिसर में इस आयोजन को लेकर हर्ष और उत्साह का माहौल है। कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने इस उपलब्धि के लिए डाॅ. रजनी चौबे और राजनीति विज्ञान विभाग को बधाई दी है।
सुधीर कुमार मिश्र ।