सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
नगर निगम गोरखपुर के कार्यालय में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर एक दलाल द्वारा आवेदकों से पैसे वसूलने का मामला सामने आया है। सोमवार को दो सतर्क आवेदकों की शिकायत के बाद नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने मौके पर टीम भेजी, लेकिन आरोपी पहले ही फरार हो गया। इसके बाद, नगर निगम ने कंप्यूटर ऑपरेटर को हटाने के साथ ही दलाल के खिलाफ कोतवाली थाने में FIR दर्ज कराई है।
नगर निगम बोर्ड बैठक में प्रमाण पत्र में देरी- अवैध वसूली पर हंगामा
हाल ही में नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में हो रही देरी और दलालों की अवैध वसूली पर जमकर हंगामा किया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि प्रमाण पत्र बनवाने में महीनों लग जाते हैं, लेकिन दलाल 1000 से 1500 रुपये लेकर दो-तीन दिन में प्रमाण पत्र दिलाने का दावा करते हैं। पहले भी दलालों की ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं।
आरोपी ने आवेदकों से लिए पैसे, नगर आयुक्त को दी गई शिकायत
जोनल अधिकारी अनुष्का सिंह की तहरीर के अनुसार, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र काउंटर पर तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर के पास एक बाहरी व्यक्ति, सोहराब खान, बैठा था। ग्राम औराडौड, संतकबीरनगर के निवासी शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय और गोरखपुर के रविन्द्र सिंह ने प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया पूछी तो सोहराब ने उन्हें जल्दी प्रमाण पत्र दिलाने का आश्वासन दिया और क्रमशः 500 और 600 रुपये ले लिए। आवेदकों को संदेह हुआ, और उन्होंने नगर आयुक्त से इसकी शिकायत कर दी।
नगर आयुक्त ने दलाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दिया निर्देश
शिकायत मिलने पर नगर आयुक्त ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपने लिपिक संदीप को सुरक्षा गार्डों के साथ काउंटर पर भेजा, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था। आवेदकों के बयान के आधार पर सोहराब खान के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है, और कंप्यूटर ऑपरेटर को भी वहां से हटा दिया गया है।
नगर निगम की सख्त चेतावनी- अवैध वसूली की तुरंत दें सूचना
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि आवेदकों की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय की सख्त निगरानी की जाएगी। नगर आयुक्त ने नागरिकों से अपील की कि अगर कोई बाहरी व्यक्ति या निगम का कर्मचारी प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर धन की मांग करता है तो उसकी तत्काल शिकायत करें, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।