आलोक रंजन गौतम, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ के घोसी कोतवाली में आत्महत्या के लिये उकसाने का आरोप पत्नी समेत चार परिजनों पर लगा है। जिसे लेकर मुख्य न्यायाधीश प्रयागराज के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने पत्नी दीक्षा समेत चार ससुरालजनों पर मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दिया है।
प्रयागराज निवासी अवधेश चन्द्र त्रिपाठी के छोटे पुत्र शशिकांत त्रिपाठी की शादी हमीरपुर निवासी बृजबली तिवारी के पुत्री दीक्षा तिवारी से बीते 6 फरवरी 2023 को हुई थी। जो पेशे से वकील था। आरोप है कि शादी के बाद से पत्नी दीक्षा व उसके परिजन शशिकांत त्रिपाठी को परिवार से अलग रहने व हिस्सा मांगने का दबाव बनाते थे। जिससे वह अक्सर परेशान रहता था। जिसे लेकर पत्नी व परिजनों के प्रताड़ना से परेशान होकर शशिकांत त्रिपाठी वकालत छोड़ मऊ के घोसी में एक सीमेंट एजेंसी में नौकरी करने लगा। वही पत्नी दीक्षा भी साथ रहने लगी।
संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का आरोप
बीते 31 अगस्त को शशिकांत त्रिपाठी की तबीयत खराब हुई और अस्पताल ले जाते संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौत होने के बाद सूचना दी गई। पीड़ित पिता ने संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर पुलिस अधिकारियों से शिकायत किया। किन्तु सुनवाई नही हो सकी। जिसे लेकर पीड़ित ने मुख्य न्यायाधीश प्रयागराज के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया। मामले में न्यायालय के आदेश पर घोसी कोतवाली में पत्नी समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। कोतवाली प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दिया है।