झांसा देकर 50 लोगों से ऐंठे रुपए, पुलिस ने एक को किया अरेस्ट; बाकी की तलाश जारी।
सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
गोरखपुर में खुद को नगर निगम में डूडा का अधिकारी बनकर लोगों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक और आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उसने 50 से 60 लोगों से आवास दिलाने के नाम पर रुपये लेकर ठगी करने की बात स्वीकार की है।
पुलिस ने उसको कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। नगर निगम में स्थित डूडा विभाग का अधिकारी बनकर प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भिजवा चुकी है।
बाकी की तलाश में जुटी पुलिस
आरोपियों की पहचान तिवारीपुर इलाके के सिधारीपुर निकट सुभाष चंद्र बोस नगर कॉलोनी निवासी संतोष कुमार साहनी और कुशीनगर जिले के अहिरौली बाजार इलाके के मिश्रौली निवासी श्यामसुंदर यादव के रूप में हुई। इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में लगी हुई थी।
मामले में महराजगंज जिले के पनियरा इलाके के माधोनगर निवासी राज सिंह उर्फ देवेंद्र सिंह का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने रविवार को नगर निगम के पास से उसको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह अबतक 50 से 60 लोगों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बना चुके थे।
फर्जी रसीद और रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट्स भी बनाता था वह धोखाधड़ी कर अवैध / कूटरचित रसीद और रजिस्ट्रेशन का दस्तावेज बनाकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास आवंटन के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में ऑनलाइन और नकद माध्यम से रुपया लिया गया। सीओ कोतवाली ओंकार तिवारी ने बताया कि जालसाजी के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच चल रही है।
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