पुराने दोस्तों का मिलन हमेशा खास होता है, और जब यह मिलन सालों बाद हो, तो खुशियों का यह सिलसिला शब्दों से परे होता है। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एलुमनी मीट-2024 के दौरान ऐसा ही खुशनुमा माहौल देखने को मिला, जब 1974 के गोल्डेन जुबिली बैच, 1999 के सिल्वर जुबिली बैच, और 2014 के डिकेड बैच के छात्र-छात्राएं एक मंच पर फिर से मिले। दशकों बाद एक-दूसरे को देखकर सभी में खुशियों की लहर दौड़ गई।
सांस्कृतिक रंगों से सराबोर हुआ विश्वविद्यालय का परिसर कार्यक्रम की शुरुआत महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इस दौरान दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के प्रमुख देवेश चन्द्र श्रीवास्तव, कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी और मालवीय एलुमनी एसोसिएशन (मा) के पदाधिकारियों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद ढोल-नगाड़ों के साथ निकली शोभायात्रा ने पूरे परिसर में उत्साह का संचार कर दिया। वर्तमान छात्र-छात्राओं ने पुष्पवर्षा और तिलक से स्वागत करते हुए अपनी पुरानी पीढ़ी का अभिनंदन किया, जिससे माहौल में एक अलग ही जोश नजर आया।
टेक्नोलॉजी से साइबर सुरक्षा तक, मुख्य अतिथि ने बांटी अपनी सीखें
मुख्य अतिथि देवेश चन्द्र श्रीवास्तव ने अपने समय के अनुभवों से वर्तमान छात्रों को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी आवश्यक है, लेकिन इसके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए साइबर सुरक्षा का ज्ञान भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारियां साझा करने से बचें। उन्होंने भावुक होकर कहा कि आज जो कुछ भी उन्होंने हासिल किया है, उसका श्रेय इस संस्थान और यहां के शिक्षकों को ही जाता है।
विश्वविद्यालय की तरक्की पर कुलपति की दृष्टि, आत्मनिर्भर बनने का लक्ष्य
कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज संस्थान अपनी आवश्यकताओं का 80 प्रतिशत खर्च स्वयं वहन करता है। उन्होंने बताया कि अगले पांच वर्षों में विश्वविद्यालय को पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है। इसके साथ ही उन्होंने शोध, स्टार्टअप्स और उद्यमिता को बढ़ावा देने के प्रयासों की भी जानकारी दी।
सम्मानित हुए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले मालवीय डिस्टिंग्विश्ड एलुमनी
एलुमनी मीट में 1983 बैच के डीके सिंह को कला और संस्कृति, 1977 बैच के एसके वर्मा को प्रशासन, और 1974 बैच के एनसी शर्मा को उद्यमिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए मालवीय डिस्टिंग्विश्ड एलुमनी सम्मान से नवाजा गया। इसी प्रकार अभियंत्रण, खेलकूद और साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले अन्य पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
शाम की सांस्कृतिक प्रस्तुति में पुराने गीतों और नृत्यों ने बांधा समां
शाम को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में वर्तमान छात्रों ने पुराने गीतों और नृत्य के माध्यम से अपने पूर्वजों को समर्पित एक शानदार प्रस्तुति दी। एलुमनी एसोसिएशन द्वारा बायो-स्केच के माध्यम से पुराने दिनों की तस्वीरें और किस्से एलईडी स्क्रीन पर प्रस्तुत किए गए। अपनी पुरानी तस्वीरें देखकर सभी पूर्व छात्र भावुक हो गए और पुरानी यादों में खो गए।
भविष्य की योजनाओं पर चर्चा, एलुमनी कन्वेंशन सेंटर का प्रस्ताव पारित
मालवीय एलुमनी एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा के दौरान एक एलुमनी कन्वेंशन सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सहमति मिली। इसके अलावा, नई कार्यकारिणी के चुनाव का निर्णय भी लिया गया।
पुरानी दोस्ती, नए रंग- स्मृतियों का खजाना देकर विदा हुए एलुमनी
इस तरह, एलुमनी मीट-2024 पुराने दिनों की खुशबू और नए सपनों के साथ सम्पन्न हुआ। पुराने दोस्तों के संग बिताए कुछ घंटों में सजीव हुई यादें इस बात की गवाही थीं कि समय चाहे कितना भी बीत जाए, सच्ची दोस्ती और जुड़ाव हमेशा जिंदा रहते हैं।