सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में पढ़ने वाली एक स्टूडेंट को पिछले कुछ दिनों से अनजान नंबर से फोटो के साथ आपत्तिजनक मैसेज भेजे जा रहे थे। स्टूडेंट ने यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर और लॉ डीन को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद मामले को पुलिस को सौंपा गया। जांच में सामने आया कि आरोपी उसी स्टूडेंट के क्लासमेट का नाबालिग भाई था, जिसने व्हाट्सएप ग्रुप से स्टूडेंट का नंबर लेकर ये हरकत की।
कंट्रोलर की सख्ती से आरोपी पर कसा शिकंजा स्टूडेंट की शिकायत मिलते ही कंट्रोलर प्रो. गोपाल प्रसाद ने इस मामले को तुरंत एक्शन के लिए कैंट पुलिस को सौंपा। पुलिस ने स्टूडेंट का बयान रिकॉर्ड करने के बाद दिए गए दो मोबाइल नंबरों की जांच की। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने क्लास के व्हाट्सएप ग्रुप से स्टूडेंट का नंबर लिया और उसे अलग-अलग नंबरों से मैसेज भेजने लगा।
मारपीट के मामले में भी क्लासमेट सस्पेंड इस घटना के अलावा, एक और मामले में तीसरे सेमेस्टर के स्टूडेंट श्याम मनोहर यादव ने अपने क्लासमेट राज (गगन) तिवारी पर आरोप लगाया कि उसने कुछ साथियों के साथ मिलकर गाली-गलौज और मारपीट की। इस शिकायत के आधार पर कंट्रोलर ने जांच के बाद आरोपी स्टूडेंट राज तिवारी को सस्पेंड कर दिया।
यूनिवर्सिटी में अनुशासन और सेफ्टी को लेकर सख्ती यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इस एक्शन के जरिए यह साफ संदेश दिया है कि स्टूडेंट्स की सेफ्टी और कैम्पस में डिसिप्लिन बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। स्टूडेंट्स ने इस कदम का स्वागत किया है, जिससे कैम्पस में सेफ्टी और अनुशासन के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है।