बलिया : – मेरा युवा भारत के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में नगर के कुंवर सिंह पीजी कॉलेज के सभागार में युवाओं में नशे की लत मादक पदार्थों के सेवन विषय पर जागरूकता व शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डा० अशोक सिंह , मुख्य अतिथि प्रो० राम कृष्ण उपाध्याय, नेहरू युवा केंद्र के उपनिदेशक कपिल देव व वरिष्ठ पत्रकार के0 के0 पाठक ने संयुक्त रूप से स्वामी विवेकानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं के साथ नशा से होने वाली अनेक बीमारियों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डा० अशोक सिंह ने कहा की नशा समूल विनाश का जड़ होता है।
मुख्य अतिथि प्रो० राम कृष्ण उपाध्याय ने कहा की संस्कार व संस्कृति के बल पर युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकता है। युवाओं को गलत संगत से बचना चाहिए। कहा की व्यक्ति अपने व्यक्तित्व व भविष्य का निर्माता स्वयं होता है। चरित्र निर्माण व राष्ट्र वाद के बल पर ही हम नशा मुक्त के साथ-साथ वैभवशाली भारत का निर्माण कर सकते है। वरिष्ठ पत्रकार के0 के0 पाठक ने कहा की नशे की संगति जीवन के लिए नाशकारी और भयावह होती है कि वह हमारे जीवनचक्र को बुरी तरह प्रभावित कर देती है।
नेहरू युवा केंद्र के उप निदेशक कपिल देव जी ने कहा की नशा व मादक पदार्थों के सेवन से व्यवस्थित जीवनशै खोखला हो जाता है नशा करने से व्यक्ति निराशा व हताशा की ओर बढ़ता चला जाता है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रो० अजय बिहारी पाठक , ओम प्रकाश मिश्र , नवीन कुमार सिंह ,गुप्तेश्वर प्रसाद, वर्धन पाठक, मंटू साहनी, ओमकार नाथ सिंह , आदि लोग मौजूद रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह ने उपस्थित युवाओं को नशा से मुक्ति की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम का आभार नवीन सिंह ने व संचालन महाविद्यालय प्रो ० विमल यादव ने किया ।
नशीली दवाओं की लत और मादक पदार्थों के सेवन पर जागरूकता एवम शिक्षा कार्यक्रम पर महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भाषण प्रतियोगिता में आलिया परवीन को प्रथम , सुप्रिया सिंह को दितीय, वैशाली गुप्ता को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इसके साथ अन्य युवाओं को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम के अंत में एक पेड़ मां के नाम के तहत् महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया।