सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
गोरखपुर का औद्योगिक परिदृश्य एक नई ऊंचाई छूने जा रहा है, जहां औद्योगिक इकाइयों के लिए बड़े पैमाने पर जमीन उपलब्ध कराने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है।
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) के प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने 481 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है, जिसमें से 400 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इस राशि से औद्योगिक गलियारे के विस्तार के तहत भगवानपुर, तालनवर, भीटी रावत, और माही गांवों में करीब 531 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी।
उद्योगपतियों की बढ़ी रुचि, गोरखपुर बनेगा निवेशकों की पसंदीदा मंज़िल
गोरखपुर में बदले हुए सकारात्मक माहौल ने उद्योगपतियों का ध्यान आकर्षित किया है। हर महीने नए निवेशक GIDA से संपर्क कर रहे हैं और शहर में अपने उद्योग स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
बिसलेरी यहां अपना नया बाटलिंग प्लांट स्थापित करने की तैयारी में है, वहीं कोका कोला प्लास्टिक रिसाइकिलिंग इकाई स्थापित करने जा रही है। अन्य कई प्रमुख कंपनियां भी जमीन की मांग कर रही हैं, जिसके लिए GIDA जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगा।
भगवानपुर में दूसरे चरण की 233 एकड़ जमीन की खरीद शुरू
भगवानपुर गांव में विकास के दूसरे चरण के तहत 94.587 हेक्टेयर (लगभग 233 एकड़) जमीन की खरीद प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इससे GIDA की औद्योगिक परियोजनाओं को एक मजबूत आधार मिलेगा।
तालनवर गांव में 50 हेक्टेयर (लगभग 123 एकड़) जमीन की खरीद की तैयारी है, जो पहले चरण का हिस्सा है। इसके अलावा, भीटी रावत गांव में भी पहले चरण में 28 एकड़ जमीन की खरीद का काम जल्द ही शुरू होगा।
माही गांव में दूसरे चरण के तहत 123 एकड़ जमीन अधिग्रहण
माही गांव में भी औद्योगिक विस्तार के लिए 123 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी। इस पूरी परियोजना का उद्देश्य गोरखपुर में निवेश को प्रोत्साहित करना और औद्योगिक विकास को और भी तेज़ी से बढ़ावा देना है।
GIDA के CEO अनुज मलिक ने बताया कि जमीन अधिग्रहण की यह प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और इससे गोरखपुर में औद्योगिक इकाइयों को नए अवसर मिलेंगे, जिससे पूरे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को एक नई दिशा मिलेगी।