गोरखपुर में तीन महीने में चार करोड़ की जालसाजी, डॉक्टर-इंजीनियर समेत हर वर्ग बना शिकार।
सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस, गोरखपुर।
गोरखपुर में ऑनलाइन ठगों ने अब शेयर बाजार में निवेश के लिए बनाए गए ऐप्स को ठगी का सबसे खतरनाक हथियार बना लिया है। असली ऐप्स की हूबहू नकल कर 12 फर्जी ऐप्स तैयार किए गए हैं, जिनके जरिए ये जालसाज लोगों के बैंक खातों को खाली कर रहे हैं।
शेयर बाजार में वर्षों से निवेश करने वाले अनुभवी लोग भी इनके झांसे में आ रहे हैं। दोगुने मुनाफे के लालच में जब तक लोग समझ पाते, उनके खाते साफ हो चुके होते हैं। हाल के तीन महीनों में गोरखपुर में करीब चार करोड़ रुपये की ठगी हो चुकी है।
सोशल मीडिया पर फर्जी ऐप्स का जाल, शेयर बाजार के नाम पर ठगी
ये जालसाज सोशल मीडिया पर मदद के नाम पर अपना शिकंजा कस रहे हैं। फर्जी ऐप्स के जरिए दावा किया जाता है कि ये उतार-चढ़ाव के आधार पर शेयर मार्केट में सही निवेश कराएंगे, जिससे लोग तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
लोग अधिक लाभ के चक्कर में इनकी बातों पर विश्वास कर लेते हैं और खुद को ठगी का शिकार बना लेते हैं। खास बात यह है कि इन ऐप्स का लुक और फील असली ऐप्स जैसा होता है, जिससे लोग धोखे में आ जाते हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी और शिक्षक जैसे प्रतिष्ठित पेशों से जुड़े लोग भी इनकी ठगी का शिकार हो चुके हैं।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 22 मामले दर्ज, सावधानी की अपील
गोरखपुर साइबर पुलिस ने पिछले तीन महीनों में ठगी के 22 बड़े मामलों में एफआईआर दर्ज की है। इन मामलों में 10 लाख से लेकर दो करोड़ रुपये तक की जालसाजी हुई है। इनमें 16 मामले शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी के हैं। पुलिस का कहना है कि सबसे ज्यादा ठगी 10 लाख से 30 लाख रुपये के बीच हुई है।
ये हैं फर्जी ऐप्स, रहें सावधान जालसाजों ने बल्क कोटक एआई प्रो, कोटक सेक्योरिटीज केएसएल ऑफिशियल, जीएसगोल्डडॉटकॉम, तमिल 123, टॉप्स टेक्नोलॉजी, राजलाल वासानी, धन एप, इंडियन स्टॉक, गोल्डमैन, गोल्डमैन सैच्स ट्रेडिंग, कॉसमॉस और ट्रेड जोन नाम के फर्जी ऐप्स बनाए हैं। इन सभी के नाम एफआईआर में दर्ज हैं, और पुलिस ने इनसे सावधान रहने की सख्त हिदायत दी है।
SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जालसाज लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। जो भी मामले सामने आ रहे हैं, उन पर पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है। साथ ही लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है।