BRDमेडिकल कॉलेज की सख्ती के बाद बदले ठिकाने, प्राइवेट अस्पतालों में धड़ल्ले से भेज रहे मरीज।
सूर्यकान्त सिंह, पूर्वांचल प्रेस गोरखपुर।
गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में सख्ती बढ़ने के बाद मरीज माफिया ने अपने धंधे का तरीका और ठिकाना बदल लिया है। अब ये माफिया संविदा कर्मचारियों और गार्ड्स की मदद से मरीज़ों को निजी अस्पतालों में भेज रहे हैं। माफिया के इस अवैध काम का केंद्र अब बेतियाहाता और तारामंडल इलाका बन चुका है।
बिहार से गोरखपुर आने वाली एंबुलेंस पहले ही तय कर लेती है रेट
एक एंबुलेंस चालक ने नाम न बताने की शर्त पर खुलासा किया कि रोज़ाना बिहार से 50 से अधिक एंबुलेंस और निजी गाड़ियां मरीज़ों को लेकर गोरखपुर पहुंच रही हैं। इन एंबुलेंस कर्मियों द्वारा पहले से ही मरीज़ों के लिए निजी अस्पतालों में रेट तय कर लिया जाता है।
गोरखपुर के कई प्राइवेट अस्पतालों ने भी बिहार में अपनी एंबुलेंस सेवा शुरू कर दी है। मेडिकल कॉलेज रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल ने तो बिहार के विभिन्न जिलों में 10 एंबुलेंस तैनात कर दी हैं।
BRD मेडिकल कॉलेज में CCTV और रास्तों पर सख्ती के बावजूद धंधा जारी
BRD मेडिकल कॉलेज परिसर में दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं, जिनपर CCTV कैमरे भी लगे हुए हैं। हालांकि, परिसर के पीछे से एक रास्ता ऐसा भी है, जहां से केवल दो पहिया वाहन ही प्रवेश कर सकते हैं। मरीज माफिया इसी का फायदा उठाकर विभागों में तैनात कर्मचारियों की मदद से निजी गाड़ियों का भी उपयोग कर रहे हैं।
इस सख्ती के बावजूद, माफिया के ये अवैध धंधे नए तरीकों से फल-फूल रहे हैं, जिससे चिकित्सा सेवाओं पर गहरा असर पड़ रहा है। प्रशासन की नजरें इन माफियाओं पर टिकी हुई हैं, लेकिन इनकी नई चालों को रोकना अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।