बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ के घोसी में आजाद हिंद संगठन द्वारा आजाद हिंद सरकार की स्थापना दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों ने शहीदों को नमन किया और महान क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
वक्ताओं ने बोस की क्रांतिकारी भूमिका को सराहा
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में स्वामी जी ने संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी में सुभाष चंद्र बोस और उनकी आजाद हिंद फौज का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा, “आजाद हिंद फौज की बदौलत ही अंग्रेज जल्दी से देश छोड़ने पर मजबूर हुए। यदि सुभाष चंद्र बोस देश में होते तो शायद देश का विभाजन नहीं होता।”
उन्होंने आगे कहा कि आज भी देश को सशक्त बनाने की जरूरत है, खासकर आर्थिक रूप से। उन्होंने स्वदेशी अपनाने की बात करते हुए कहा कि विदेशी कंपनियों के प्रभाव से मुक्त होकर देश को आत्मनिर्भर बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
सीताराम कुशवाहा ने अपने विचार रखते हुए कहा, “आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं, यह सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारियों की वजह से संभव हो सका। उनके विचारों को आत्मसात कर हमें भ्रष्टाचार और असमानता से देश को मुक्त कराना है, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
कार्यक्रम का संचालन और सहभागिता
कार्यक्रम का संयोजन लालचंद यादव ने किया, जबकि अध्यक्षता डॉक्टर आरपी यादव और संचालन डॉक्टर सुरेश यादव ने किया। कार्यक्रम में डॉ. विश्वनाथ, राजेश, सलाहुद्दीन, रविंद्र गुप्ता, श्याम मनोहर हिटलर, रामनिवास, चंद्रभूषण यादव, जयप्रकाश मौर्य, सुरेश प्रसाद, देवेंद्र चंद, कैलाश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।