बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ के मधुबन तहसील क्षेत्र के लखनौर गांव में मनरेगा के तहत किए गए विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। गांव की मुन्नी देवी ने लोकपाल को लिखे पत्र के माध्यम से लगभग एक करोड़ रुपये के घोटाले की जानकारी दी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री से भी शिकायत करेंगी।
जॉब कार्ड में फर्जी भुगतान का आरोप
मुन्नी देवी ने आरोप लगाया है कि लखनौर में मनरेगा के तहत किए गए कामों में भारी अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने ग्राम प्रधान आनंद मल्ल उर्फ सन्नी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मनरेगा के नाम पर फर्जी भुगतान कराए हैं। मुन्नी देवी का कहना है कि कई मजदूर, जो कार्यस्थल पर मौजूद नहीं थे, उनके नाम से भी जॉब कार्ड पर भुगतान किया गया है।
जेसीबी से कराया काम, मजदूरों के नाम पर भुगतान शिकायत में बताया गया है कि मनरेगा के तहत जो कार्य मजदूरों से कराया जाना था, वह जेसीबी मशीनों से करवाया गया। इसके बावजूद, मजदूरों के जॉब कार्ड पर ही भुगतान किया गया। मुन्नी देवी के अनुसार, इस फर्जीवाड़े से लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की गई है।
ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप
मुन्नी देवी ने ग्राम प्रधान आनंद मल्ल पर मनरेगा के तहत कराए गए सभी विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर इस मामले की सही से जांच की जाए तो और भी बड़े घोटाले सामने आ सकते हैं।
मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
मुन्नी देवी ने साफ कहा है कि अगर जल्द से जल्द इस मामले में जांच और कार्रवाई नहीं की गई, तो वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस फर्जीवाड़े की शिकायत करेंगी। इस मामले में अब तक प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई में देरी घोटालेबाजों को बढ़ावा देती है।