पूर्वांचल प्रेस, आजमगढ़।
आजमगढ़ डीएम नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में 50 लाख से अधिक लागत की निर्माणाधीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई। डीएम ने सीडीओ को निर्देश दिया कि कार्यदायी संस्थाओं की ओर से कराए जा रहे 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों की मानिटरिंग करने के लिए कमेटी गठित करते हुए टीम बनाएं।टीम में निर्माण विभागीय अधिकारी व इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी को शामिल करें। अगली बैठक में टीम द्वारा प्रस्तुत की गयी रिपोर्ट पर उपलब्ध कराया जाए।
डीएम ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि जो भी निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, उसको गुणवत्तायुक्त पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड प्रगति की भी समीक्षा की गई। इसके साथ ही ई ग्रेड, डी ग्रेड, सी ग्रेड एवं बी ग्रेड प्राप्त करने वाले संबंधित अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त किया।
संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों को गुणवत्तायुक्त तरीके से निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करते हुए सीएम डैश बोर्ड पर अपलोड कराना सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में रैंकिंग एवं ग्रेडिंग में गिरावट नहीं होनी चाहिए।
इन परियोजनाओं पर चल रहा काम आजमगढ़ में में कार्यदायी संस्था पैकफेड द्वारा तहसील मार्टीनगंज में आवासीय परिसर, राजकीय महिला महाविद्यालय मिर्जापुर, स्वास्थ्य उपकेन्द्र विकास खण्ड अहरौला का काम चल रहा है।
इसके साथ ही गो संरक्षण केन्द्र फूलपुर, निजामाबाद व तहसील सदर, कृषि विज्ञान केन्द्र लेदौरा में प्रशासनिक ब्लाक संबंधी निर्माण कार्य एवं जिला चिकित्सालय में इन्टीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब भवन के निर्माण कार्य में अपेक्षित प्रगति व निर्धारित समय सीमा में पूर्ण न होने पर जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही यूपी राजकीय निर्माण निगम द्वारा राजकीय इंजीनियरिंग कालेज देवगांव का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया गया।
प्रोजेक्टवार की गई समीक्षा
विभागीय योजनाओं परियोजनाओं में ई ग्रेड प्राप्त करने वाले विभाग की प्रोजेक्टवार समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया। दैनिक विद्युत आपूर्ति ग्रामीण/शहरी, फैमिली आईडी, ओडीओपी टूलकिट योजना आदि का निर्धारित समय में निस्तारण करायें, जिससे कि जनपद के रैंकिंग में सुधार हो।
जिलाधिकारी ने बैंक क्रेडिट लिंकेज में डी ग्रेड आने पर जिलाधिकारी ने डीसीएनआरएलएम को निर्देश दिये कि जो बैंक क्रेडिट लिंकेज नही कर रहे हैं, उनके साथ बैठक कर क्रेडिट लिंकेज बढ़ायें। इसके साथ ही सेतु निर्माण, सड़क अनुरक्षण में डी ग्रेड आने पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रगति बढ़ाते हुए ग्रेडिंग एवं रैंकिंग में सुधार करना सुनिश्चित करें।