बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ में ग्रामीण चिकित्सक संघ के लोगों ने कलेक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। इस दौरान गांव के चिकित्सकों ने सरकार पर कई सवाल उठाते हुए न्याय करने की बात कही। प्रदर्शन के बाद सभी ने अपनी विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और मांग किया कि गांव के चिकित्सकों के साथ भी सरकार न्याय करे।
कोरोना में की थी मदद
आपको बता दें, यह पूरा मामला जनपद मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर का है। यहां पर गुरुवार की दोपहर में ग्रामीण चिकित्सक संघ के लोगों ने जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसी दौरान उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन भी डीएम को सौंप दिए। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा कि कोरोना के समय गांव के डॉक्टरों ने ही सबसे ज्यादा लोगों की मदद की है।
बोले-बड़े डॉक्टर खून चूस रहे
शहर के बड़े डॉक्टर तो केवल मरीजों का खून चूस रहे थे। ज्यादातर लोग गांव के डॉक्टर द्वारा दिए गए दवाइयों से ही ठीक हो गए। ऐसे में अब सरकार द्वारा हमें झोलाछाप डॉक्टर की उपाधि देकर हमारे खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रही है। यह बिल्कुल अन्याय करने के बराबर है, ऐसा हम नहीं होने देंगे। सरकार को हमारे बारे में भी सोचना पड़ेगा।
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
उन्होंने आगे बताया कि जिस प्रकार से सरकार द्वारा अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गांव-गांव तक आशाओं को लगाया गया है, उसी प्रकार हमें भी साकार कुछ काम देकर हमारी रोजी रोटी चला सकती है। लेकिन यहां तो सरकार ने फरमान जारी कर दिया है कि गांव के झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे में अगर हमारी मांग नहीं पूरी की गई तो हम बृहद आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।