बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस, मऊ।
मऊ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों निजी अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है, जिससे मरीजों की सुरक्षा को खतरा हो गया है। ऐसा ही एक गंभीर मामला नगर के पुरानी तहसील स्थित मृत्युंजय क्लिनिक में सामने आया है, जहां मरीज के परिजनों ने गलत ऑपरेशन के खिलाफ हंगामा किया।
घटना का विवरण
मंगलवार रात लगभग 10 बजे, अस्पताल के बाहर मरीज के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि अस्पताल के डॉक्टर ने बिना आवश्यक जांच के मरीज की बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया और उन्हें बताया कि बच्चेदानी में सूजन के कारण ऑपरेशन अधूरा छोड़ना पड़ा।
परिजनों की चिंता
मरीज नीलम सिंह के भाई, शिवानंद सिंह, ने कहा कि ऑपरेशन के बाद उन्हें यह बताया गया कि अब मरीज की जान भी जा सकती है। परिजनों ने सवाल उठाया कि अगर अस्पताल में कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं है, तो ऑपरेशन के दौरान हुई गलती की जिम्मेदारी कौन लेगा।
पुलिस की प्रतिक्रिया
हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक अस्पताल के किसी भी अधिकारी या डॉक्टर का संपर्क नहीं हो सका है।
मरीज के परिजनों ने कहा कि अगर अस्पताल के संचालक और डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, तो वे इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री तक करेंगे।
समस्या का मूल कारण यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते मरीजों की जान को खतरा हो सकता है। यदि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, तो यह अन्य अस्पतालों में भी गलत प्रथाओं को बढ़ावा देगा।
इस मामले ने यह सवाल उठाया है कि आखिरकार स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी कौन लेगा, जब सरकारी निर्देशों की अनदेखी की जा रही है?