बृजेश मिश्र, पूर्वांचल प्रेस मऊ।
मऊ में ऐतिहासिक भरत मिलाप के साथ रामलीला का समापन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। शाही कटरा मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी रही। जिला अधिकारी प्रवीण मिश्रा और पुलिस अधीक्षक इलामारन जी. ने भी इस मौके पर उपस्थिति दर्ज कराई।
नगर के शाही कटरा मैदान में ऐतिहासिक भरत मिलाप कार्यक्रम के साथ रामलीला महोत्सव का समापन हो गया। यह कार्यक्रम पारंपरिक तरीके से मुगलों के समय से चलता आ रहा है, और सोमवार की अल सुबह हजारों की भीड़ की उपस्थिति में भरत मिलाप का आयोजन संपन्न हुआ। जिला अधिकारी प्रवीण मिश्रा और पुलिस अधीक्षक इलामारन जी. ने सुरक्षा और आयोजन का जायजा लिया।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
रामलीला कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों के अनुसार, इस ऐतिहासिक रामलीला की शुरुआत मुगलों के समय से हुई थी। इसे शाहजहां और महारानी मुमताज महल की बेटी जहाँआरा बेगम ने आरंभ किया था। इस परंपरा को लगभग 500 साल से अधिक समय से निभाया जा रहा है। शाही कटरा मैदान में होने वाला भरत मिलाप गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक माना जाता है, जो साम्प्रदायिक सौहार्द और संस्कृति का उत्कृष्ट उदाहरण है।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की भूमिका इस वर्ष के भरत मिलाप को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस और प्रशासन पूरी रात मुस्तैद रहे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। 2005 में हुई एक चूक के बाद से इस कार्यक्रम को अत्यधिक संवेदनशील माना गया है, और तब से प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान देता है। जिला अधिकारी प्रवीण मिश्रा और पुलिस अधीक्षक इलामारन जी. स्वयं कार्यक्रम में उपस्थित थे, और उनकी देखरेख में कार्यक्रम बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।