
गाजीपुर । मनरेगा मजदूर संघ के द्वारा जनपद गाजीपुर में विकासखंड रेवतीपुर के पकड़ी ग्राम सभा में ब्लॉक प्रभारी मनोज कुमार के नेतृत्व में जन जागरूकता अभियान चलाया गया जिसमें मुख्य अतिथि जिला अध्यक्ष प्रमोद सिंह यादव एवं जिला कोषाध्यक्ष मोहन श्रमिक जी उपस्थित रहे श्रमिकों की समस्याओं को सुनने के बाद मनरेगा मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद सिंह यादव ने बताया कि ग्राम सभा पकड़ी में मनरेगा श्रमिकों की हालत बहुत खस्ता है स्थिति यह है की लगभग वास्तविक मनरेगा श्रमिक संगठन से 117 की संख्या में जुड़े हुए हैं और वर्षों से मनरेगा कार्य की डिमांड कर रहे हैं लेकिन अभी तक ना ही इन्हें कार्य उपलब्ध कराया गया ना ही इनको बेरोजगारी भत्ता दिया गया भट्टे की तो बात छोड़िए इनका लेबर डिमांड भी रिसीव नहीं किया जाता है वहां का जो रोजगार सेवक है राधेश्याम वह वहां का नेता बना हुआ है ऐसे ही पुर विकासखंड रेवतीपुर की स्थिति भ्रष्टाचार लिप्त है जिला अध्यक्ष ने बताया कि ग्राम सभा जसवंतपुर में दिनांक 30 मई को रात 11:00 से सुबह 6:00 तक जेसीबी से चकरोड का कार्य कराया गया ग्राम सभा जसवंतपुर में भी 1 वर्ष से श्रमिकों को अभी तक काम उपलब्ध नहीं कराया गया जिसकी शिकायत जिला अध्यक्ष मनरेगा मजदूर संघ के द्वारा खंड विकास अधिकारी डीसी मनरेगा एवं मुख्य विकास अधिकारी तथा जिलाधिकारी महोदय को व्हाट्सएप के माध्यम से दी गई उसके बाद खंड विकास अधिकारी को जिला अध्यक्ष के द्वारा तीन बार कॉल भी किया गया लेकिन खंड विकास अधिकारी के द्वारा यह बात करके फोन काट दिया गया की अध्यक्ष जी आपका मामला संज्ञान में आ गया है मैं रुकवाने का कष्ट करूंगा लेकिन अभी तक कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई इस तरीके से मनरेगा में खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है जिस पर जिला अध्यक्ष मनरेगा मजदूर संघ ने चेतावनी दिया कि अगर मनरेगा श्रमिकों को वास्तविक और पारदर्शिता रखकर के काम नहीं मिला तो मनरेगा मजदूर संघ विकासखंड रेवतीपुर में तालाबंदी करने का भी कार्य करेगा इसी के साथ जिला कोषाध्यक्ष मोहन श्रमिक जी ने बताया कि मनरेगा मजदूर संघ मनरेगा श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 252 रुपए से बढ़कर के 450 रुपए करने की बात करता है मनरेगा मजदूर संघ मनरेगा श्रमिकों को 100 दिन की बजाय 200 दिन काम दिलाने की मांग करता है मनरेगा मजदूर संघ मनरेगा को कृषि से जोड़ने की मांग कर रहा है इसलिए इसकी जिम्मेदारी अधिकारी साथी मनरेगा श्रमिकों को जो पहले से उनका अधिकार मिला हुआ है उसके सापेक्ष कम उपलब्ध कारणऔर श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकार के द्वारा 90 दिन की हाजिरी की बाध्यता लगाई गई है जिसमें मनरेगा मजदूर संघ की समीक्षा के अनुसार किसी भी मनरेगा श्रमिक की 90 दिन की हाजिरी पूर्ण नहीं कराई गई है जिससे वह श्रम विभाग की योजनाओं के लाभार्थी नहीं है या लाभ लेने से वंचित हैं कार्यक्रम स्थल पर मौजूद ब्लॉक प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि हमारे द्वारा मनरेगा श्रमिकों की समस्याओं को लेकर के कई बार अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान रोजगार सेवक ग्राम सचिव महोदय से वार्ता जारी रहती है लेकिन यह लोग मनरेगा श्रमिकों को कम देने कतराते रहते हैं तथा खंड विकास अधिकारी आंख मूंद करके बैठे हुए हैं इस समय वर्तमान में पौधा रोपण के लिए गड्ढा खुदाई का कार्य चल रहा है जिसमें जिलाधिकारी महोदय के द्वारा भी कल समीक्षा बैठक अधिकारियों से ली गई लेकिन गड्ढा खुदाई का भी कार्य केवल कागजों पर चल रहा है मनरेगा मजदूर संघ के ब्लाक महासचिव प्रमोद कुमार ने बताया कि संगठन वर्षों से मनरेगा श्रमिकों को मनरेगा अधिनियम 2005 के तहत जागरूक करने का कार्य कर रहा है जिसमें अब श्रमिक अपने अधिकार को पहचानना शुरू कर दिए हैं अगर अधिकारी अभी भी लापरवाही करते हैं तो उन्हें मनरेगा श्रमिकों का मनरेगा मजदूर संघ का सामना करना पड़ेगा और मनरेगा मजदूर संघ अपना कमर कस लिया है पीछे हटने वाला नहीं है मनरेगा मजदूर संघ गांव गांव जाकर के मनरेगा श्रमिकों को जगाने का प्रयास कर रहा है और उनकी समस्याओं को सुलझाने के प्रयास में भी लगा हुआ है सरकार की जो महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं मजदूरों के लिए उसे मनरेगा मजदूर संघ वास्तविक मजदूरों के यहां पहुंचने के प्रयास में लगा है कार्यक्रम में उपस्थित ब्लॉक कोषाध्यक्ष विजेंद्र कुमार ब्लॉक सचिव राकेश कुमार ग्राम अध्यक्ष संजय कुमार एवं अन्य पदाधिकारी एवं मनरेगा श्रमिक उपस्थित रहे।
